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पंतनगर: पंतनगर विश्वविद्यालय के 112वें अखिल भारतीय किसान मेले एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी का उद्घाटन आज  जिलाधिकारी युगल किशोर पंत एवं विशिष्ट अतिथि किसान आयोग के उपाध्यक्ष श्री राजपाल ने फीता काटकर किया। मेले के उद्घाटन के पश्चात कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान द्वारा जिलाधिकारी युगल किशोर पंत को मेले में लगी उद्यान प्रदर्शनी तथा विश्वविद्यालय के महाविद्यालय के स्टालों का अवलोकन कराया। मुख्य अतिथि द्वारा राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान, करनाल, हरियाणा के स्टाल पर विषेष रूचि दिखाई गयी तथा उन्होंने विकसित तकनीकों की जानकारी ली।

जिलाधिकारी युगल किशोर पंत ने कहा कि कृषि क्षेत्र में पंतनगर विश्वविद्यालय अग्रणी रहा है। उन्होंने बताया कि पूर्व में खाद्यान्न बाहर देशों से भारत में आयात किया जाता था। परन्तु वर्तमान में भारत एक खाद्यान्न निर्यातक देश है। अपने अध्यक्षीय संबोधन में कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान ने कहा कि कृषि में किसान एवं वैज्ञानिक दोनों की विशेष भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों द्वारा विकसित कृषि तकनीक एवं उन्नत प्रजातियों को मध्यम पर्वतीय क्षेत्र एवं अधिक ऊंचाई वाले पर्वतीय क्षेत्र में पहुंचाने की आवश्यकता है। जिसका उपयोग अपनी फसलों पर कर किसान अच्छी पैदावार प्राप्त कर सके। उन्होंने कहा कि पहाडी किसानों के लिए छोटे-छोटे पैकेज, छोटे कृषि यंत्र आदि विकसित किये जाने चाहिए, जिससे किसान उन्हें आसानी से उपयोग कर सके। डा. चौहान ने तीन बातों ज्ञान, तकनीकी एवं लिंकेज के बारे में किसानों का बतायी। जिससे किसान इन बातों का उपयोग कर अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं।

इस अवसर पर किसान आयोग के उपाध्यक्ष श्री राजपाल ने कहा कि किसान अपनी फसलों में कीटनाशक दवाओं का उपयोग अधिक कर रहा है जो एक चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि पानी का दोहन तेजी से हो रहा है, जिससे पानी स्तर नीचे गिरता जा रहा है। विनोद कुमार गौड ने किसानों से कहा कि उन्हें प्रमाणित बीजों का चुनाव करना चाहिए तथा बीजों की सही ऐप के माध्यम से अथवा वैज्ञानिकों की सलाह से क्रय करना चाहिए।

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