
हल्द्वानी। शुक्रवार को विजिलेंस की टीम ने तहसील हल्द्वानी में कार्यरत रजिस्ट्रार कानूनगो बनवारी लाल को दस हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। सुबह के समय विजिलेंस की टीम ने अपना जाल बिछा कर हल्द्वानी तहसील के रजिस्ट्रार कानूनगो को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के अनुसार शिकायकर्ता जफर खान पुत्र स्व0 हामिद हुसैन, निवासी शनि बाजार, बरेली रोड, हल्द्वानी जनपद नैनीताल द्वारा भ्रष्टाचार की रोकथाम हेतु 3 अगस्त को 1064 एप पर शिकायत दर्ज कराने के उपरान्त 4 अगस्त को पुलिस अधीक्षक, सतर्कता अधिष्ठान, नैनीताल सेक्टर, हल्द्वानी के कार्यालय में आकर एक शिकायती पत्र दिया गया जिसमे उल्लेख किया गया है कि उसके द्वारा वर्ष 2020 में एक जमीन बेची गयी थी। जिसकी केता के नाम दाखिल खारिज तथा खतौनी में नाम दर्ज होना था। दाखिल खारिज एवं खतौनी में नाम दर्ज करने के एवज में तहसील हल्द्वानी में नियुक्त रजिस्ट्रार कानूनगो बनवारी लाल द्वारा रिश्वत के रूप में रू0 15000/- (पन्द्रह हजार रु० ) की मांग की जा रही है। जबकि दाखिल खारिज के लिये कोई पैसा नही लगता है। शिकायतकर्ता के द्वारा चार दिन पूर्व 5000/- रूपये रजिस्ट्रार कानूनगो बनवारी लाल को दिये जा चुके हैं। शेष 10,000 /- रूपये की भी मांग की जा रही है। रिश्वत की शेष धनराशि नहीं दिये जाने के कारण उक्त काननूगो द्वारा शिकायतकर्ता का कार्य नहीं किया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक, सतर्कता अधिष्ठान, नैनीताल सेक्टर, हल्द्वानी प्रहलाद नारायण मीणा द्वारा शिकायती प्रार्थना पत्र में अंकित आरोपों की गोपनीय जाँच कराने हेतु निरीक्षक चंचल शर्मा से गोपनीय जांच करायी गयी। जांचोपरान्त शिकायती पत्र में लगाये गये आरोप प्रथम दृष्टया सही पाये गये। पुलिस अधीक्षक द्वारा तदोपरान्त निरीक्षक चंचल शर्मा के नेतृत्व में एक ट्रैप टीम का गठन किया गया। 5 अगस्त को समय 10.46 बजे ट्रैप टीम द्वारा अभियुक्त बनवारी लाल को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया।
बनवारी लाल, रजिस्ट्रार कानूनगो (उम्र 54 वर्ष) पुत्र अनोखे लाल, मूल निवासी सिल्वर स्टेट कालोनी, पीलीभीत बाईपास रोड, बरेली, उत्तर प्रदेश हाल निवासी पुरानी टैक्सी स्टैण्ड के पास, तहसील आवासीय परिसर, हल्द्वानी नैनीताल को रू0 10,000/- ( रू० दस हजार) की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है। इस सम्बन्ध में थाना सर्तकता अधिष्ठान, हल्द्वानी में आरोपी बनवारी लाल के विरूद्ध मु0अ0स0 05 / 2022 धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (संशोधित 2018 ) का अभियोग पंजीकृत किया गया है तथा इस प्रकरण में संलिप्त अन्य अधिकारियों की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है। विवेचना निरीक्षक विनोद कुमार यादव को सौपी गयी है। ट्रैप टीम को पुलिस अधीक्षक, सतर्कता अधिष्ठान, सेक्टर नैनीताल, हल्द्वानी द्वारा रू0 10,000/- के नकद पारितोषिक से पुरस्कृत किये जाने की घोषणा की गयी है।